झुरुर झुरुर डोलै बयार एही अँगना, बान्हल अँचरवा फहरि परै ।
डार-डार जिनिगी कै डोले सपनवाँ
पात-पात विरमैला मुरहा परनवाँ
मोहिया के एतनी पसार एही अँगना, पारल कजरवा बहरि परै । अँखिया के कोरे बसी सँवरइया
लदरि-बदरि ओनई गझिन अमरईया
लुपुर-झुपुर झूलै बहार एही अँगना, भुइयाँ बदरवा उतरि परै ।
आन कोई अनतै बँसुरिया बजावै
निरफुल ओरहरी नियर रगियावै
झनन-झनन मनकै सितार एही अँगना, रस के सगरवा लहरि परे ।
कुहुँकै जिनिगिया करै बरजोरी
रहि-रहि के मारै उमिर टिटकोरी
छुमुक छुमुक नाचे सिंगार एही अँगना, आल्हर जियरवा सिहरि परै। पौंड़ै चनरमा पोखरिया के पनियाँ
लहरिन के बिचवाँ लुकाइल चननियाँ
हलर-हलर होलै जुवार एही अँगना, छुवतै कररवा भहरि परै।
पवना बजावैला सरई कै घुघुना
झुनन-झुनन सुनक भयल जिया दुगुना
डुगुर-डुगुर डोलै दुलार एही अँगना, सुध्धर असरवा टहरि परै।
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भोजपुरी कविता