बालमिकि डाकू रहले, तोहरी कृपा से मइया !
अचके में भारत के आदि कवि भइले !
काली कालीदास भइले, जोलहो कबीर दास,
आन्हरो भेभर सूर सूरदास भईले !
तुलसी के कवन बखान करीं सुरसती !
केतने धमइयो तुलसी होइ गइले !
बुद्धि के विमल करऽ तोही दुआरे आजु,
भोजपुरी लोग सभ भीख माँगे अइले !
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प्रार्थना