डाले-डाल थिरिकेला फूल कचनार के
कतना सुनर लागे दिनवा बहार के
पकड़ी में टूसा लागल
महुआ गुमाने पागल
बरवा के बात में बजार बा - हजार के
कतना...
अमवा प भँवरा बहके
कमवाँ प मनवाँ लहके
अगिया लगावे चाल पछुवा बेयार के
कतना...
फर से लदरि गइले
भुइयाँ सोहरि गइले
लचके उभर लाल नेबुआँ - अनार के
कतना...
लतर - लतर लहसे
गतर - गतर लहसे
ललकी पतइया के लहँगा पसार के
कतना...
अन्नसे भरल अंगना
झनकि रहल कंगना
घरे घरे - बरसेला रस जँतसार के
कतना...
प्रान उमंग भरले
जिनिगी में रंग भरले
छने छन झनकेला तरवा सितार के
कतना...
कूकि के जगावे कोइलि
हाय ! कुहुकावे कोइलि
नयना से सपना उड़ावे भिनुसार के
कतना...
असस लगवले हिया
नेड़ के जरवले दिया
दुअरा प खाड़ गोरी आड़ में किवार के
कतना...
ससुरा - नियार अइले
झाँझ झनकार कइले
सखिया निरेखे लगली मँगिया सवार के
कतना...
रेशमी ओहार दिहले
डोलिया उठाइ लिहले
डेगवा फनात चले टिहुकी कहार के
कतना सुनर लागे दिनवा बहार के