रानी हो अफसोस करऽ जनि अवकी राशन आवे दऽ ।
कूटे पीसे क झंझट छूटल अब साने भर क काम रही
अइसन सरकार क किरिपा बा त एहू से आराम रही
थोरे दिन अउरी सबुर' करऽ राशनमें आँटा पावे द ।
पहिले क बातें जाये द जब गाइ भँइस क दूध रहल
पहिले क बातें जाये द जब हर एक बस्तु शुद्ध रहल
अब त मिक्स भइल दुनियाँ आँटा में धूरि मिलावे दऽ ।
कुछ नेता लोग का मरजी से घुरहू के एक दोकान मिलल
हमनी में से काट-छाँट नेता लोगन के दान मिलल
तू अपना करम के रोआ जनि घुरहू के छत्त पिटावे दऽ ।
थोरे दिन अउरी सबुर करा हमहूँ अब चांस लगाइला
एम० एल० ए० साहेब के बहुत निकट हम शीघ्र सोर्स पहुंचाइला
बहुत कमा चुकलन घुरहू कुछ दिन ले अउर कमाये दऽ ।